कौन मिल जाए यहाँ
इस राह में,
इस मोड पर
ये जिदगी का है सफर/
पर है सफर ये कौन सा?
क्या जानता है?
कोई भी /
पहचानता है ? पथ को भी/
किस रास्ते ?
किस मोड पर ?
मुड़ना पड़े, या फिर कहीं
रुकना पड़े/
कितना अनिश्चय है यहाँ,
इस राह मैं /
ये जिंदगी का है सफर /
है ये सफर
अनजान सा , बिलकुल
अपरचित/
अनकहा और
अनसुना संवाद सा/
पर कौन सा ? संवाद है ये /
क्या परस्पर बात है ?
और बात है
तो कौन सी ?
किसने कही ?
किसने सुनी ?
इस राह मैं
कौन मिल जाए यहाँ ,
ये जिंदगी का ह सफर /
है ये सफर
एक प्यास सा /
पर प्यास है किस चीज की ?
क्या किसी अहसास की ?
या जटिल मन की
गहन गहराइयों मैं
पल रही एक
आस की/
कौन जाने है ये क्या ?
इस राह मैं ,
ये जिंदगी का है सफर/
ये सफर
एक चाह है /
पर चाह है ये कौन सी ?
अपने करों मैं
थाम लूँ/
इस जिंदगी की बूंद को /
फिर बंद कर लूँ मुठ्ठियाँ
और कैद कर लूँ
जिंदगी के सारे पल /
और राज समझूँ जिंदगी के,
इस सफर के/
क्यों मिले ? कैसे मिले ?
हम सब यहाँ /
इस राह मैं,
इस मोड पर,
ये जिंदगी का है सफर /
इस राह में,
इस मोड पर
ये जिदगी का है सफर/
पर है सफर ये कौन सा?
क्या जानता है?
कोई भी /
पहचानता है ? पथ को भी/
किस रास्ते ?
किस मोड पर ?
मुड़ना पड़े, या फिर कहीं
रुकना पड़े/
कितना अनिश्चय है यहाँ,
इस राह मैं /
ये जिंदगी का है सफर /
है ये सफर
अनजान सा , बिलकुल
अपरचित/
अनकहा और
अनसुना संवाद सा/
पर कौन सा ? संवाद है ये /
क्या परस्पर बात है ?
और बात है
तो कौन सी ?
किसने कही ?
किसने सुनी ?
इस राह मैं
कौन मिल जाए यहाँ ,
ये जिंदगी का ह सफर /
है ये सफर
एक प्यास सा /
पर प्यास है किस चीज की ?
क्या किसी अहसास की ?
या जटिल मन की
गहन गहराइयों मैं
पल रही एक
आस की/
कौन जाने है ये क्या ?
इस राह मैं ,
ये जिंदगी का है सफर/
ये सफर
एक चाह है /
पर चाह है ये कौन सी ?
अपने करों मैं
थाम लूँ/
इस जिंदगी की बूंद को /
फिर बंद कर लूँ मुठ्ठियाँ
और कैद कर लूँ
जिंदगी के सारे पल /
और राज समझूँ जिंदगी के,
इस सफर के/
क्यों मिले ? कैसे मिले ?
हम सब यहाँ /
इस राह मैं,
इस मोड पर,
ये जिंदगी का है सफर /
....Delicate and beautiful post...bahut khoobsurat!!!
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