Wednesday, 23 November 2011

विचारों का मेला

विचार  ...?
निराली  सी इनकी दुनियाँ
आते हैं  , जाते है |
निरंतर  मन के आकाश पर
घुमड़ते    रहते  है|
 आवारा     बादलों   की तरह ,
ऊपर    नीचे  
व्र्त्ताकर  ,त्रिकोण ,चतुर्भुज
असंख्य   आकृतियाँ....................|
फिर  एकदम .गुथम   गुत्था   होते   से |
कभी   कभी   एक   सरल   रेखा   जैसे  चलते   फिरते  ,हाथ  हिलाते
मुस्कुराते    हुए   चले   जाते   अपने     अपने रास्ते |

दूसरे   ही   पल ..वापस    आ    धमकते ,
कुछ     हडबडाते     से ..|
.तीव्र     गति    से    भागते     दौड़ते ,
एक     दूसरे    से     टकराते 
बन     जाते     अंतर  द्वन्द
क्षण     मात्र   मैं    ला   देते    विध्वंस |

कुछ     पलों    बाद .........स्वयं ही
 सहलाते    स्वयमेव     धावों  को |
खुद    के   लाये   विनास    को   देख    कर 
आँसू    बहाते   .सहम   जाते ,
सकुचाते   से     बैठ    जाते 
एक   कोने   में .....
चुपचाप |
चुपचाप?
क्या   सच   मैं ?
नहीं ......वे     बैठे    बैठे   ही   फूलते    रहते ,
गुब्बारे    की      तरह |
फिर    बिना   पंखों    के   ही   उड़ने   लगते
मन    के   आकाश    पर |
झूमते    लहराते     नाचते   कूदते
धमा     चोकडी    मचाते    खुशी   से    फूले    न   समाते
और ...फूलते     फूलते .....फट    जाते ...फटाक ..|

लाल     पीले होते   ,हात    लहराते
,उंगली    दिखाते
उलाहने    ..  आरोप....  प्रत्यारोप ...नजाने क्या क्या |
अरे... अरे ...भाई    रुको ...रुको   तनिक
तुम   भी    कुछ    आराम   करो
और     मुझे    भी    सोने    दो |
ख़म खः  ..नीद   खराब   कर   दी |


 




10 comments:

  1. विचारों का यह मेला कभी कभी अजीब सा भी लगता है लेकिन होता बहुत अच्छा है। शायद विचारों के होने से ही हम सही मायने मे मनुष्य हैं।

    सादर

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  2. विचारो को ...शब्द रूप में ढालना ...बहुत खूबसूरत प्रस्तुति

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  3. विचारो की उथल पुथल को बहुत खूबसूरती से उकेरा है।

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  4. बहुत संवेदनशील रचना आभार

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  5. vichaaro ke mele ko bahut sundar sajaayaa hai...

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  6. विचार न थकते हैं न सोते हैं ... सपनों में भी साथ होते हैं ...

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  7. अच्छा लिखा है आपने । अच्छी प्रस्तुति ।

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  8. ममता जी नमस्कार, सुन्दर भाव आपका मेरे ब्लाग पर स्वागत है।

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  9. विचार व्यक्ति के जीवन की पूंजी हैं जो हमेशा ही उसे उर्जावान बनाये रखते हैं ...!

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  10. ममता जी,
    विचार न थकते है न सोते है
    सपनो में साथ होते है,..
    खुबशुरत भाव पूर्ण पोस्ट...
    मेरे नए पोस्ट पर आइये स्वागत है ..

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