Saturday 24 December 2011

तुम   कहो    तो ,
मैं    तुम्हे   अपना   बना   लूँ  ,
तुम   कहो   तो |

नाप   लूँ    गहराइयाँ   मैं   ,
डूब    कर   सागर   के   जल  में ,
तुम   कहो   तो   शीप   में  ,
मोती   सजा    लूँ ,
तुम कहो तो |

ग्रन्थ   बाँचू 
 या  कि   कोई ,
व्याकरण   का   छंद   गाऊं ,
तुम  कहो   तो ,
 गीत   कोई    गुनगुना   लूँ ,
तुम कहो तो |

दूँ   निमंत्रण   चाँद  को मैं ,
आ   जरा   नीचे  तो   आ
तुम  कहो तो ,
चांदनी   मे   मैं   नहा  लूँ
तुम  कहो तो |

जान  पाओगे  नहीं   तुम ,
है   ये   क्या   जादूगरी ,
तुम   कहो   तो ,
तुम  को  ही  तुम  से चुरा लूँ  |
तुम कहो तो |

तेरे   काँधे   सर   टिका  कर   ,
बात   कुछ  मन  की  कहूँ  ,
तुम  कहो  तो ,
वर्ष  नूतन  ये   मना  लूँ ,
तुम   कहो  तो |

21 comments:

  1. कविता के भाव अच्छे लगे।

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  2. Ak sundar rachana ke liye abhar ... Nav varsh pr hardik subh kamnaon ke saath apne nye Post pr aamantrit karata hoon .

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  3. आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।

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  4. तुम को ही तुम से चुरा लूँ |
    तुम कहो तो |very nice.

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  5. Kitta pyara geet..achha laga yahan akar..badhai.


    Mere Blog par bhi apka swagat hai.

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  6. ग्रन्थ बाँचू
    या कि कोई ,
    व्याकरण का छंद गाऊं ,
    तुम कहो तो ,
    गीत कोई गुनगुना लूँ ,
    तुम कहो तो |
    ...kaho n haan ' , to main bhi sunu

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  7. बेहद के कोमल भाव का रोमांटिक गीत समर्पण उडेलता मुग्धा को रूपायित करता .बधाई .

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  8. आपके पोस्ट पर आना सार्थक हुआ । बहुत ही अच्छी प्रस्तुति । मेर नए पोस्ट "उपेंद्र नाथ अश्क" पर आपकी सादर उपस्थिति प्रार्थनीय है । धन्यवाद ।

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  9. वर्ष नूतन ये मना लूँ ,
    तुम कहो तो ................जी,मनाइये मनाइये.

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  10. bahut umdaa prastuti.sabhi pyaar se nootan varsh manaye yahi mangal kamna hai humari.

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  11. sunder rachna, hriday se nikli hui.

    shubhkamnayen

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  12. बहुत सुंदर।
    कविता तो अच्छी है ही आपने अपने बारे में जो सीधी सच्ची बातें लिखी हैं वह भी अच्छी लगी।

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  13. बहुत सुन्दर रचना !
    आभार !

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  14. दूँ निमंत्रण चाँद को मैं ,
    आ जरा नीचे तो आ
    तुम कहो तो ,
    चांदनी मे मैं नहा लूँ ..

    बहुत सुन्दर .. प्रकृति और प्रेम के अनूठे रंग लिए ... सादगी भरी रचना है ...
    आपको २०१२ की शुभकामनाएं ..

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  15. तुम कहो तो ,
    वर्ष नूतन ये मना लूँ ,
    तुम कहो तो |

    जी ,ममता जी जरूर जरूर मनाईयेगा.

    आपकी सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.

    आनेवाले नववर्ष की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.

    मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
    वीर हनुमान का बुलावा है आपको.

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  16. बहुत खूब, सुन्दर प्रस्तुति, आपको नव-वर्ष की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाये

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  17. ग्रन्थ बाँचू
    या कि कोई ,
    व्याकरण का छंद गाऊं ,
    तुम कहो तो ,
    गीत कोई गुनगुना लूँ ,
    तुम कहो तो |

    बहुत सुंदर !!

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  18. सादगी भरी रचना ...

    संजय भास्कर
    आदत....मुस्कुराने की
    http://sanjaybhaskar.blogspot.com

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  19. आप को सपरिवार नव वर्ष 2012 की ढेरों शुभकामनाएं.

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