aरंग लाल लाल लिए हाथ में गुलाल लिए
भांग छान छान हुरियाय रहे नेता
खाय रहे रोज घुंस नोट भरे ठूंस ठूंस
दांत फाड़ फाड़ खिखियाय रहे नेता
पोल खोल दे न कोई इस गोलमाल की
खाते परदेस में खुलाय रहे नेता
सच की पुरानी परंपरा को देखिये
काट काट जड़ से मिटाय रहे नेता
पोट पोट वोट देखो मांग रहे गाँव गाँव
बोल बोल बात मिठ्याय रहे नेता
द्वार द्वार जाय जाय शीश को झुकाय रहे
हाथ जोड़ जोड़ मुसकाय रहे नेता
जीत गीत गाय रहे ढोलकी बजाय रहे
गाड़ियों में बैठ फर्राय रहे नेता
साम दाम दंड भेद नीति अपनाय के ही
वंश बेल अपनी बढ़ाय रहे नेता
कौवा भांति कांव कांव संसद में शोर करें
हाथ पाँव कुर्सी चलाय रहे नेता
ज्ञान के विधान संविधान की भी आज तो
चीर चीर धज्जियाँ उड़ाय रहे नेता
सुरसा की भांति महंगाई मुंह फाड़े खड़ी
चैन भरी बंसरी बजाय रहे नेता
सत्ता के नशे में चूर चूर फिरें झूमते
जनता को आज धमकाय रहे नेता
लाज आज बेटियों की रोज रोज लुट रही
कागजों पे बेटियां बचाय रहे नेता
नारी की सुरक्षा वाले बिल नहीं पास किये
अधिकार उनका दबाय रहे नेता
ठौर दे न पाए उन्हें संसद में आजतक
देवी देवी बोल बहलाय रहे नेता
रात दिन अपनी भलाई की ही सोचते हैं
खाय खाय मॉल मुटाय रहे नेता
वाह वाह !!! बहुत उम्दा सटीक रचना,,ममता जी बधाई
ReplyDeleteहोली का पर्व आपको शुभ और मंगलमय हो!
Recent post : होली में.
आपको और आपके परिवार को
ReplyDeleteहोली की रंग भरी शुभकामनायें
aagrah hai mere blog main bhi padharen
होली का हर रंग है इस रचना में
ReplyDeleteबहुत बहुत मुबारक हो होली
बेहतरीन प्रस्तुति,होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति,होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteदेखो न,जोंक बने जाय रहे नेता!
ReplyDeleteहोली को एकदम नए स्वरुप में प्रस्तुत करने के लिए बधाइयाँ...शुभकामनाएं होली की...
ReplyDeleteबहुत ही सटीक.... सुन्दर ...और सही चित्र उकेरा है .
ReplyDeleteकौवा भांति कांव कांव संसद में शोर करें
ReplyDeleteहाथ पाँव कुर्सी चलाय रहे नेता..
बहुत सही सजीव चित्रण नेताओं का ....
सुन्दर प्रस्तुति ....
waah..sundar aur sarthak lekhan..
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeleteलाज आज बेटियों की रोज रोज लुट रही
ReplyDeleteकागजों पे बेटियां बचाय रहे नेता
नारी की सुरक्षा वाले बिल नहीं पास किये
अधिकार उनका दबाय रहे नेता
सटीक बात कही है
बातें एकदम सटीक है और प्रस्तुती उम्दा !!
ReplyDeleteढेरों शुभकामनायें !!
majboot iradon se likhi gyee satik prastuti ,karara tamacha mara hai aap ne ,sadar
ReplyDeleteunda-**
ReplyDeleteसजीव चित्रण है हालात का ... होली के बहाने ...
ReplyDeleteबहुत खूब ..
rrchna men vo sb hai jo kavita ka uddeshy hota hai
ReplyDeleteSaabhaar.
बेहतरीन प्रस्तुति....ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.!!!
ReplyDeleteनेताओं का सटीक चित्रांकन। बेहतरीन रचना।
ReplyDeleteसादर
मधुरेश
Wah,bahut khub
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