Tuesday 26 March 2013

होली



aरंग लाल लाल लिए हाथ में गुलाल  लिए
भांग  छान   छान  हुरियाय  रहे   नेता
खाय  रहे  रोज  घुंस नोट  भरे ठूंस ठूंस
दांत  फाड़  फाड़   खिखियाय  रहे  नेता
पोल खोल दे न  कोई इस गोलमाल  की
खाते  परदेस   में  खुलाय  रहे    नेता
सच  की  पुरानी  परंपरा   को   देखिये
काट  काट  जड़ से  मिटाय  रहे   नेता

पोट  पोट  वोट देखो मांग  रहे गाँव  गाँव
बोल  बोल   बात   मिठ्याय  रहे   नेता
द्वार द्वार जाय जाय शीश को झुकाय रहे
हाथ  जोड़   जोड़   मुसकाय   रहे  नेता
जीत  गीत  गाय रहे  ढोलकी बजाय  रहे
गाड़ियों   में  बैठ   फर्राय  रहे    नेता
साम दाम दंड भेद  नीति अपनाय  के ही
वंश  बेल   अपनी  बढ़ाय   रहे    नेता

कौवा भांति कांव कांव संसद में शोर करें
हाथ  पाँव   कुर्सी  चलाय   रहे   नेता
ज्ञान के विधान संविधान की भी आज तो
चीर  चीर  धज्जियाँ   उड़ाय  रहे  नेता
सुरसा की भांति महंगाई मुंह  फाड़े खड़ी
चैन  भरी   बंसरी   बजाय  रहे  नेता
सत्ता  के   नशे में चूर चूर फिरें झूमते
जनता  को  आज  धमकाय  रहे  नेता

लाज  आज बेटियों की  रोज रोज लुट रही
कागजों   पे  बेटियां   बचाय   रहे  नेता
नारी की सुरक्षा  वाले  बिल नहीं पास किये
अधिकार   उनका   दबाय    रहे   नेता
ठौर दे  न पाए उन्हें  संसद  में  आजतक
देवी   देवी   बोल   बहलाय  रहे  नेता
रात दिन अपनी भलाई की ही  सोचते हैं
खाय  खाय  मॉल   मुटाय  रहे  नेता
 

20 comments:

  1. वाह वाह !!! बहुत उम्दा सटीक रचना,,ममता जी बधाई
    होली का पर्व आपको शुभ और मंगलमय हो!
    Recent post : होली में.

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  2. आपको और आपके परिवार को
    होली की रंग भरी शुभकामनायें

    aagrah hai mere blog main bhi padharen

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  3. होली का हर रंग है इस रचना में

    बहुत बहुत मुबारक हो होली

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  4. बेहतरीन प्रस्तुति,होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.

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  5. बेहतरीन प्रस्तुति,होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.

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  6. देखो न,जोंक बने जाय रहे नेता!

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  7. होली को एकदम नए स्वरुप में प्रस्तुत करने के लिए बधाइयाँ...शुभकामनाएं होली की...

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  8. बहुत ही सटीक.... सुन्दर ...और सही चित्र उकेरा है .

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  9. कौवा भांति कांव कांव संसद में शोर करें
    हाथ पाँव कुर्सी चलाय रहे नेता..

    बहुत सही सजीव चित्रण नेताओं का ....
    सुन्दर प्रस्तुति ....

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  10. waah..sundar aur sarthak lekhan..

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  11. लाज आज बेटियों की रोज रोज लुट रही
    कागजों पे बेटियां बचाय रहे नेता
    नारी की सुरक्षा वाले बिल नहीं पास किये
    अधिकार उनका दबाय रहे नेता

    सटीक बात कही है

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  12. बातें एकदम सटीक है और प्रस्तुती उम्दा !!
    ढेरों शुभकामनायें !!

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  13. majboot iradon se likhi gyee satik prastuti ,karara tamacha mara hai aap ne ,sadar

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  14. सजीव चित्रण है हालात का ... होली के बहाने ...
    बहुत खूब ..

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  15. rrchna men vo sb hai jo kavita ka uddeshy hota hai
    Saabhaar.

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  16. बेहतरीन प्रस्तुति....ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.!!!

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  17. नेताओं का सटीक चित्रांकन। बेहतरीन रचना।
    सादर
    मधुरेश

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