tag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post8773652980788911851..comments2023-10-02T06:58:28.916-07:00Comments on Man ki Dunia: Mamta Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/00085992274136542865noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-6758563215123521602011-11-18T08:34:27.262-08:002011-11-18T08:34:27.262-08:00बेहद खुबसूरत लिखा है.बेहद खुबसूरत लिखा है.Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-87570799456594480962011-11-18T05:24:03.995-08:002011-11-18T05:24:03.995-08:00ममता जी, आपकी कविता बहुत अच्छी है। इसमें आपने जीवन...ममता जी, आपकी कविता बहुत अच्छी है। इसमें आपने जीवन को एक नये अंदाज में प्रस्तुत किया है। पर कविता अंत में कहीं खटकती है।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-46415016360665125902011-11-18T03:54:58.987-08:002011-11-18T03:54:58.987-08:00अंजुरी मैं भरे..अंजुरी में भरे।अंजुरी मैं भरे..अंजुरी में भरे।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-71955878076928722002011-11-18T03:53:06.576-08:002011-11-18T03:53:06.576-08:00सुंदर बिंब के माध्यम से अपनी बात कही आपने।सुंदर बिंब के माध्यम से अपनी बात कही आपने।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-87013316388916892602011-11-17T18:34:42.074-08:002011-11-17T18:34:42.074-08:00कोई भी नहीं देखता ,
अंजुरी का
पलपल ...रीतना ,
जब...कोई भी नहीं देखता ,<br />अंजुरी का <br />पलपल ...रीतना ,<br />जब तक बूंद है ,<br />तभी तक है अंजुरी के मायने |<br />जब खाली हुई तो,<br /> सब कुछ बेमानी |<br />वाह रे ..स्वार्थ ...swarth ke siwa kuch bhi nahiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-58854114307814320242011-11-17T13:02:56.045-08:002011-11-17T13:02:56.045-08:00भावनाए जीवन को व्यक्त करती ......बहुत ही सुन्दर स...भावनाए जीवन को व्यक्त करती ......बहुत ही सुन्दर सृजन!ASHOK BIRLAhttps://www.blogger.com/profile/01944953865988099586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-61512774356191106422011-11-17T09:38:29.878-08:002011-11-17T09:38:29.878-08:00बहुत ही सुन्दर बिम्ब का प्रयोग!बहुत ही सुन्दर बिम्ब का प्रयोग!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-87519751183917773712011-11-17T06:42:12.608-08:002011-11-17T06:42:12.608-08:00जब तक बूंद है ,
तभी तक है अंजुरी के मायने |
जब खा...जब तक बूंद है ,<br />तभी तक है अंजुरी के मायने |<br />जब खाली हुई तो,<br /> सब कुछ बेमानी |<br />वाह रे ..स्वार्थ<br />क्या ? तेरा कोई अंत नहीं .....|<br /><br />स्वार्थ का कभी कोई अंत हो भी नहीं सकता बल्कि सही मायने मे स्वार्थ पर ही दुनिया टिकी हुई है। <br /><br />हर जगह तो दिखता है स्वार्थ। <br /><br />अंजुरी के खाली होने में भी स्वार्थ है ;एक चीज़ से खाली होगी तभी तो दूसरी चीज़ आएगी। <br /><br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.com