tag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post3017739278425089714..comments2023-10-02T06:58:28.916-07:00Comments on Man ki Dunia: आतंकबादMamta Bajpaihttp://www.blogger.com/profile/00085992274136542865noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7296780750310491846.post-28380626370016686322011-12-16T07:06:31.555-08:002011-12-16T07:06:31.555-08:00कहीं मंदिर कहीं मस्जिद कही अरदास होती ...कहीं मंदिर कहीं मस्जिद कही अरदास होती है /<br />धर्म के नाम पर चलते हुए व्यापर का मंजर /<br /><br />खुदा की जुस्तजू उनको खुदी से दूर रहते हैं /<br />बसी हैं नफरते दिल मैं सुलगता आग का मंजर /<br /><br />सुन्दर प्रस्तुति के लिए सादर आभार |अपने एक मुक्तक के द्वारा कहना चाहूँगा<br /><br />नफरतें मत करो इतना की कत्ले आम हो जाये |<br />शराफत हो भी कुछ ऐसी देश के काम आ जाये ||<br />शहीदों ने लुटाई जिन्दगी तेरे चमन खातिर |<br />तेरे जजबो लहू में फिर से हिंदुस्तान हो जाये ||Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.com